भारत के एक चर्चित मोटिवेशनल स्पीकर डॉक्टर बिंद्रा ने अपनी नेपाल केस स्टडी हाल ही में YouTube में अपलोड किया था । जो नेपाल यूट्यूब में कुछ दिनों तक ट्रेंडिंग में रही। उन्होने इस वीडियो में गौतम बुद्ध सीता, गोरखा आर्मी, माउंट एवरेस्ट, पशुपतिनाथ, मनीषा कोइराला, उदित नारायण झा ,आचार्य बालकृष्ण जैसे नेपाली सेंटीमेंट को हित करने वाले हस्तीयों व वस्तुओं की प्रशंसा करके नेपालियों के दिल जीतने का प्रयास किया। साथ ही नेपाल में पर्यटन को बढ़ावा देने की सुझाव भी प्रस्तुत किया।
लेकिन दूसरी ओर गलत तथ्य और मनगढ़ंत बातें बता कर नेपाल का दुष्प्रचार भी किया ।
वीडियो में नेपाल की आर्थिक वृद्धि दर और मुद्रास्फीति कि गलत विवरण देते हुए इन्होंने कहा कि नेपाल की आर्थिक वृद्धि दर 1: ५ प्रतिशत है जबकि आर्थिक वर्ष 2017/2018 में नेपाल की आर्थिक वृद्धि दर 5.9% रही थी
बिंद्रा ने नेपाल में दैनिक 12 घंटा लोड शैडिंग रहने की बात बताई जबकि नेपाल में लोड शैडिंग अब इतिहास बन चुकी है
नेपाल दुनिया की 25 सबसे गरीब देशों की सूची में आ गया बता कर इन्होंने दूसरी झूठ पेश किया जिस तर्क का कोई स्रोत नहीं
इन्होंने कहा नेपाल की 80% लोग गांव में रहते हैं नेपाल में कोई भी खनिजों कि स्रोत नहीं, नेपाल के एक करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे आते हैं
यह सभी झूठी तथ्य हैं, नेपाल प्राकृतिक संपदा व खनिजों से भरपूर देश है हालांकि यहां की खनिजों की उत्खनन और प्रयोग बहुत ही कम किया गया है। नेपाल में गरीबी रेखा नीचे 70 लाख लोग रहते हैं।
वीडियो में बिंद्रा ने कहा कि नेपाल के 73 प्रतिशत लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा बल्कि नेपाल के 13% लोगों को ही पीने का पानी उपलब्ध नहीं है।
नेपाल में 8000 मीटर से ऊंचे पर्वत की संख्या 8 है जबकि बिंद्रा ने इस संख्या को सात बताया।
इन्होंने नेपाल की सरकार को शिक्षा में सबसे कम बजट विनियोजन करने का आरोप भी लगाया बल्कि नेपाल ने अपनी gdp की 4.5% शिक्षा में विनियोजन किया है । जो कि पिछले साल मैं भारत से भी ज्यादा थी
नेपाल में फिलहाल 77 जिले रहे हैं जबकि बिंद्रा ने 75 जिले होने की बात बताया।
नेपाल में 40% से ज्यादा बालिकाओं की विवाह होने की बात बताया जो एक झूठ है। डॉक्टर बिंद्रा ने अपनी वीडियो में नेपाल को बहुत ही गरीब देश चित्रण करके नेपालियों की शान और इज्जत में ठेस पहुंचाया उन्होंने कहा कि नेपाल पर किसी की हुकूमत ना होने की वजह भी नेपाल की गरीबी और भी विकटता है जो सबसे बड़ा झूठ है।
डॉ बिंद्रा जैसे नंबर वन मोटिवेशनल स्पीकर को बिना कोई सबूत व तथ्यों के आधार मनगढ़ंत बातें बताना शोभा नहीं देता । इसलिए हम इस लेख से आग्रह करते हैं कि बिंद्रा जी प्लीज रिसर्च किजिय।
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